Thursday, December 16, 2010

उठो,जागो ... अब देश बचा लो ....! घोर कलयुग हैं आया रे ...!

ओबामा के पीछे पीछे
जिआबाओ भी आया रे ...
किसी को नहीं हमसे लेना देना
सब डॉलर की हे माया रे ...
उठो,जागो ... अब देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

सोनिया के एक इशारे ने
हैं PM बनाया रे ...
लाखो करोडो डकार गया
पर "राजा" ने जबड़ा भी नहीं हिलाया रे...
उठो,जागो ... अब देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

पर्लिअमेंट में धुल जमी हैं
पूछे बैठे,किसने कितना खाया रे ?
"कलमाड़ी" के "CWG " के बाद
अब "CAG "कुछ नया लाया रे...
उठो,जागो ... अब देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

क्या फर्क पड़ा देश बेचा तो ?
पैसा तो जेब में आया रे..
भ्रष्टाचार का यह बादल
अब पुरे देश पे छाया रे..
उठो,जागो ...अब देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

सब एक थाली के हैं चट्टे बट्टे
मिलके सबने हे गठबंधन बनाया रे..
क्या "Congress " क्या "BJP "
और कहा पीछे हैं "MAYA " रे..
सब खा गए मिल बाँट के हमको
न जाने किसने कितना खाया रे ..
उठो,जागो ...अब देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

आगे बढती "RAJ " की "SENA "
"बुड्ढा शेर" घबराया रे..
"Jairam " के "Enivornment "ने
भी खूब हाहाकार मचाया रे..
पर "Antilla "का 70 लाख का बिल
किसी को नज़र नहीं आया रे..
कहीं लाखों "बल्ब" जले थे
कहीं अंधेरों का था साया रे..
कौन लिखेगा? कौन बोलेगा?
यह सब डॉलर की हैं माया रे ...
उठो,जागो ...देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

मीडिया भी खुद बिका हैं
आम आदमी का असली चेहरा
कभी टीवी पे नहीं दिखाया रे
आरक्षण के मार से झुक गयी
सारे "talent " की काया रे..
उठो,जागो ...देश बचा लो
घोर कलयुग हैं आया रे ...

2 comments:

Vipresh said...

bhai mere!!
everything is fine.
But can somebody tell what can we do.

Did u vote in last elections?
Are you doing ur job with honesty.
Have u stopped giving Rs50 to trafic wala or Rs 100 to TT etc.

agar hum sab apna kaam dhang se kare, toh kafi kuch badal sakta hai. Rahi baat satta ki, toh tumhare humare jaise 2 4 naujawan agar jidd pe chad jaye toh kafi kuch badal sakte hai.

Par aaj se aur abhi se shuru karo.
kasam khao rishwat nahi doge
apne kaam me kaamchori nahi karoge.

Sirf border par ladne se yah kursi par neagiri garne se hi desh ka bhala nahi hota. Tum apne apne khetra me pragati karo desh apne aap pragati karega.

Golden words by my fav. PM mr Atalji

Mridul Shandilya said...

The sentiments captured in this poem 8 months ago is the mood of the nation today ... Akela chana bhaad phodne ki koshish kar raha hai .

LinkWithin

Related Posts with Thumbnails