Wednesday, September 17, 2008
आतंकवाद-फैलता ज़हर
आज जब सारे देश में तनाव के हालत है और आतंकवाद, जो की एक ज़हर का रूप ले चुका हैं और हमारी नसों में जा घुसा है. तब हर देशवासी को चाहिए की वो मजहब और भाषाई मुद्दों की लडाई से ऊपर उठकर देश के लिए काम करे .अगर हम आपस में ही लड़ के अपना समय बरबाद करते रहे तो हो सकता हैं की आने वाले वक्त में देश के हालत और बिगड़ जाए॥
मैं एक इन्ज़नीरिंग का छात्र हूँ ...और अभी इस लेखन के मैदान में नया हूँ..हिन्दी कविताये लिखना मेरा शौक हैं ...इसलिए देश के आने वाले हालत को लेकर कुछ पंक्तियों के साथ हाज़िर हूँ ....अभी नया हूँ इसलिए जयादा उम्मीद मत कीजियेगा...पर मैं अपने लेखन में सुधार करने की कोशिश जारी रखूँगा॥
कुछ पंक्तियाँ देश के होने वाले हालत के नाम....
खून से लथपथ जहा होगा ,
क्या मेरे वतन में,आतंकवाद का यही मुकाम होगा ||
यह अलगावं का बम,ज़रूर किसी सीने में फटा होगा ,
यहाँ हिंदू,मुस्लिम और इसाई आपस में लड़ा होगा ,
और यूही आतंकवाद सरक-सरक कर बड़ा होगा||
थमती साँसे,गिरती लाशें,और किसी का अपना बेजान पड़ा होगा|
और आम आदमी यूही बेसहारा,कही दुबके खड़ा होगा|
क्या मेरे वतन में आतंकवाद का यही मुकाम होगा ||
यहाँ हर भाई आपस में लड़ा होगा,
और हमारे घरो के बाहर ही हमारे लिए खतरा खड़ा होगा|
यही किसी कोने में कोई बम पड़ा होगा,
और यूही डर के साये में मेरा देश बड़ा होगा|
क्या मेरे वतन में,आतंकवाद का यही मुकाम होगा||
बस यही हर देशवासी के नाम मेरा पैगाम हैं...
और यही सही वक्त हैं अपनी जिमेदारियो को पहचाने का और अपने देश के लिए कुछ कर दिखने का
आईये नए आतंकवाद रहित भारत के लिए कदम बढाए....
जय हिंद
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
12 comments:
it is nice begining and i beleieve that u that do much better
really enlightening poem.. gud to see that people think about social issues and that too young guys like u... cheers!!! keep up the good work.....
hiii awesome man.. bahut hi sahi hai... u r rockin..
hum teri is kabiliyat se waqif to the,
par aaj uspe fida ho gaye....
kepp this high spirit...
gud show man....keep on rocking dude..really poem is awesome,
really it is too much good poem......... all the best and congratulation for succes .......keep on
gud job aamir......keep writing this stuff i am sure you can start revolution
vry gud......vry happy to see ur blog......
it is really vry gud.....keep on writing...
dude..first of all i must congratulate you for joining the world of blogging...it takes immense courage to make one's writing public and you have done tha.secondly i never knew that you are so serious with social upfronts pravelent in society...i know this wrk is no big's writers work but ya the message that you want to pass is what we need to listen...writing on such social realms...means this is what the younger generation needs to listen to.
coming to the language part of the blog. the style you follow is direct and straight... i like that.i wont be able to comment on hindi language coz spellings wagarah me main weak hoon yaar.
texture of the writing is smooth...
as a reader i like ur content and the way you have delivered that is 'class'.
dude you are writing upto your name.
keep blogging and congo for ur first blog...
Anshu Kumar
anshumasco.blogspot.com
khan sahab very sensible............and apt for the present situation........keep up the good work..
all the very best for ur future in poetry..
nice work.
Keep writing.
bahut accha aese hi likhtey rahiye hamri website mei aapki kavitayen prakshit karwana chahtey hei sampark kijiye -www.janokti.com
Post a Comment